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सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
फैक्ट चेकर जुबैर के 'नोबेल नामांकन' की खबर का फैक्ट चेक
फैक्ट चेकर वेबसाइट आल्ट न्यूज के फाउंडर मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) और प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) को 'नोबेल शांति पुरस्कार' (Nobel Peace Prize) मिलने की 'संभावना' वाली खबर चर्चा में है. एक तबका तो इतना खुश है मानो नोबेल ही मिल गया हो, हकीकत ये है कि इससे बड़ी बे सिर-पैर की खबर नहीं हो सकती. आइये पड़ताल करते हैं...
सोशल मीडिया
| बड़ा आर्टिकल
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
अर्शदीप सिंह के खिलाफ पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा पर हरभजन और जुबैर ने क्यों दिखाई जल्दबाजी?
एशिया कप (Asia Cup) में टीम इंडिया (Team India) के हारने के बाद गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा (Pakistan Propaganda) का शिकार हो गए. और, इस प्रोपेगेंडा को भारत में स्वघोषित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर जैसे कई लोगों ने हवा दी. खैर, यहां अहम सवाल ये है कि हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी ऐसे प्रोपेगेंडा पर जल्दबाजी क्यों दिखाते हैं?
सोशल मीडिया
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
तिरंगे पर फैक्ट चेकर जुबैर का लॉजिक बिलकुल सही है, बशर्ते इसे वह समझना तो चाहें
हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के मामले में जमानत पर बाहर चल रहे फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) फिर से अपने एजेंडे पर लग चुके हैं. मोहम्मद जुबैर अब भाजपा के हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Campaign) को निशाने पर लेने के लिए पता नहीं कौन सा फैक्ट चेक करते हुए आरएसएस (RSS) पदाधिकारियों की सोशल मीडिया डीपी की तस्वीरें शेयर कर रहे हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
तमाम 'फैक्ट चेकर्स' को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनकी हदें बता दी हैं!
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने पत्रकार मोहम्मद जुबैर को लेकर हुए विवाद पर अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि अगर कोई फैक्ट चेक की आड़ में समाज में तनाव फैलाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
टेरर मॉड्यूल खतरा है या उसे खाद-पानी देने वाले ओवैसी जैसों के बयान!
कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों की सोच हमेशा से ही भारत (India) को मुस्लिम देश (Islamic Country) बनाने की रही है. झारखंड में मुस्लिम बहुल इलाकों (Muslim) में स्कूल में इतवार की जगह शुक्रवार यानी जुमे को हो रही छुट्टी इसका जीता-जागता सबूत है. तो, पीएफआई (PFI) जैसे संगठनों का टेरर मॉड्यूल (Terror Module) चौंकाता नही है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
जुबैर जैसे केस में अरुण यादव पर नुपुर जैसा एक्शन बीजेपी के लिए नयी फजीहत है
अरुण यादव (Arun Yadav) भी अपने एक पुराने ट्वीट को लेकर निशाने पर वैसे ही आये हैं जैसे मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) को गिरफ्तार किया जा चुका है - और नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) के बाद यादव ऐसे तीसरे व्यक्ति हैं जिनके खिलाफ बीजेपी ने फौरी एक्शन लिया है.
सिनेमा
| 7-मिनट में पढ़ें
अनुज शुक्ला
@anuj4media
पैगंबर पर सिर तन से जुदा किया जाता है, काली को ऐसे दिखाने की हिम्मत कहां से लाती हो 'लीनाओं'?
काली के पोस्टर (Kaali movie poster) पर विवाद मचा हुआ है. हिंदुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं. बर्दाश्त कर लीजिए. पोस्टर बनाने वाली लीना, पैगंबर के मामले को लेकर भारत को दुनिया में बदनाम करने की साजिश रचने वाले मोहम्मद जुबैर की प्रशंसक है. रातदिन भारत को गाली देने वाली लीनाओं से इससे बेहतर की उम्मीद क्यों कर रहे हो?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Nupur Sharma case: सुप्रीम कोर्ट में 'आजाद अभिव्यक्ति का सिर तन से जुदा'!
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने देश के खराब हालात पर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) की कथित टिप्पणी सबसे गंभीर अपराध है. जबकि, कन्हैया लाल को दिनदहाड़े काट दिया जाना (Udaipur Murder Case) महज प्रतिक्रिया भर है!
सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
मोहम्मद जुबैर के 'समर्थक' इन तर्कों को कैसे काटेंगे?
ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) की गिरफ्तारी को उनके समर्थक लोकतंत्र के खिलाफ बता रहे हैं. लेकिन, सोशल मीडिया (Social Media) पर जुबैर की गिरफ्तारी के पक्ष में दिए जा रहे तर्कों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. क्योंकि, ताली कभी एक हाथ से नहीं बजती है.